अनाथों के लिए राहत
आधार की नई पहचान
आधार कार्ड अब पूरी तरह से एक व्यक्ति की विशिष्ट पहचान का दस्तावेज बन गया है। इसमें 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है जो व्यक्ति के फिंगरप्रिंट और आंखों से जुड़ा होता है। अगर कोई व्यक्ति अपना नाम भी बदलता है, तो भी उसका यूनिक आधार नंबर उसकी पहचान को सुरक्षित रखेगा।
आधार कार्ड में किए गए ये बदलाव समाज के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। यह न केवल निजता की रक्षा करता है, बल्कि उन लोगों की भी मदद करता है जो अनाथ हैं या जिनके पास कोई नहीं है। सरकार का यह कदम आधार को एक सशक्त और आधुनिक पहचान पत्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है.
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